नई दिल्ली । केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने राज्य सरकारों को सलाह दी है कि देश के उन 75 जिलों को 31 मार्च तक लॉकडाउन कर दिया जाए जहां भी कोविड 19 के मामले सामने आए हैं। इसी के साथ मेट्रो और अंतरराज्यीय बसें भी बंद करने का फैसला लिया है। गौरतलब हो कि कोरोना वायरस के मामलों में हो रही तेजी को देखते हुए विभिन्न राज्यों द्वारा प्रसार को रोकने के लिए मुख्य शहरों को लॉकडाउन किया है। मध्यप्रदेश के जबलपुर में शुक्रवार को कोरोना के 4 मामले सामने आने बाद प्रशासन ने शहर को लॉकडाउन करने का निर्णय लिया। यह लॉकडाउन 21 और 22 मार्च को जारी रहेगा। इस दौरान किसी भी व्यक्ति को बिना किसी आवश्यक कार्य के घर से बाहर निकलने का मनाही है। जिला कलेक्टर सहित राज्य प्रशासन और अन्य अधिकारी जनता से सहयोग करने और सामाजिक दूरी का अभ्यास करने की अपील कर रहे हैं। भोपाल एयरपोर्ट पर कोरोना वायरस का 1 संदिग्ध मिलने के बाद कार्यवाहक मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश के मुख्य सचिव और डीजीपी से चर्चा की और तत्काल एहतियातन आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आवश्यक चीजों को छोड़कर जनता की सुरक्षा को देखते हुए भोपाल को लॉक डाउन किया जाए। यदि शुरुआत में ही सावधानी बरती जाए और इस बीमारी की रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठा लिए जाए तो इसे फैलने से रोका जा सकता है। जनता के स्वास्थ्य की सुरक्षा को देखते हुए तत्काल सभी आवश्यक इंतजाम किए जाएं व आवश्यक कदम उठाए जाएं। जनता कर्फ्यू के बाद चंडीगढ़ प्रशासन ने भी कोरोना वायरस से जंग लड़ने की तैयारी शुरू कर दी है। यूटी प्रशासन ने 31 मार्च तक शहर को लॉकडाउन कर दिया है। पंजाब के बाद चंडीगढ़ प्रशासन ये एहतियातन यह कदम उठाएं हैं।
- राजस्थान-पंजाब लॉकडाउन
बता दें कि इस समय चंडीगढ़ में कोरोना के छह पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं। वहीं लगातार विदेश से आए लोगों को चिन्हित किया जा रहा है। पंजाब को भी लॉकडाउन कर दिया गया है। लॉकडाउन का आदेश देते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि यह फैसला लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर लिया गया है। पिछले कई हफ्तों में पंजाब में विदेश से भारी संख्या में लोग पहुंचे हैं और ये सभी लोग छिप गए हैं। सरकार के लिए विदेश से लौटे ये लोग सिरदर्द बन चुके हैं। पूरा प्रशासन इन्हें ट्रैस करने में जुटा हुआ है। सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि आपाकालीन सेवाएं जारी रहेंगी। खाने-पीने और मेडिकल की दुकानें खुली रहेंगी। वहीं सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने यह भी कहा कि लॉकडाउन 31 मार्च के बाद भी बढ़ाया जा सकता है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने निजी लैब में कोरोना वायरस की जांच की इजाजत देने के निर्णय का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि इस महामारी के खिलाफ लड़ाई में यह तेज और सटीक परीक्षण हथियार साबित होगा। कैप्टन ने आईसीएमआर से फरीदकोट मेडिकल कॉलेज में कोरोना वायरस के जांच के लिए एक वायरोलॉजी लैब को भी मंजूरी देने का अनुरोध किया गया है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को 31 मार्च तक के लिए आवश्यक सेवाओं को छोड़कर राज्य में पूर्ण लॉकडाउन का निर्देश दिया। कोरोना पर अंकुश पाने के लिए 22 मार्च से 31 मार्च तक जरूरी सेवाओं और मेडिकल सेवाओं को छोड़कर ‘पूर्ण लॉकडाउन’ होगा। गहलोत ने शीर्ष अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी कार्यालय, मॉल फैक्टरियां, सार्वजनिक परिवहन आदि इस दौरान बंद रहेंगे। राज्य में अब तक 25 को कोविड -19 से संक्रमित पाये गये हैं और 40 अन्य की रिपोर्ट की प्रतीक्षा है।
कोरोना: देशभर के 75 जिलों में लॉकडाउन 31 मार्च तक
कोरोना: देशभर के 75 जिलों में लॉकडाउन 31 मार्च तक